पुलिस अधिकारियों के साथ हुई व्यापारियों की बैठक

लखनऊ। हुज़ूर आते आते बहुत देर कर दी 2017 १ जूलाई को GST लगा सरकार अभी तो ये नहीं समझ पाई के कहा क्या करना है सबसे बड़ी बात है एक तरह के व्यापार में 1 कर की दर नहीं होगी तो व्यापारी के लिए भी मुश्किल होगी सरकारी कर्मचारी के लिए भी मुश्किल होगी उपभोक्ता को भी परेशानी है और कर चोरी भी होगी जैसे अभी इन्होंने अभ्यास पुस्तिका में इस पाँच फ़ीसदी की सिफ़ारिश की है दूसरी तरफ़ ज़रा ध्यान दीजिए शिक्षा फ़्री होनी चाहिए वहाँ पर किताब पर ज़ीरो पर्सेंट कापी १२%पर पर्सेंट डायरी पर 18 बहन पे 18 पेंसिल पे बारा रबड़ पे पाँच कलर बुक

ज़ीरो पर्सेंट बच्चों के कलर पर १८% लगभग ३०० वस्तुओं जो की पड़ने वाली हैं उनको एक दर में होना चाहिए बल्कि शिक्षा से संबंधित वस्तुएँ पाँच प्रतिशत से ऊपर होनी ही नहीं चाहिए बल्कि मैं तो कहूंगा फ़्री होनी चाहिए
अब साइकिल पर देख लीजिए टायर ट्यूब पर ५ साइकिल व साइकिल पार्ट पर 12 प्रतिशत है
अब धागे को देख लीजिए धागे पर 12 पर्सेंट है उस से बने कपड़े पर पाँच है तो जब कपड़ा बनाकर व्यापारी भेजेगा तो उसे ITC ५ % ही तो मिलेगी और सात प्रतिशत उसकी पूंजी फँस जाती है मेरी समझ में ही नहीं आता किस आधार पर सरकार की नीतियां बनती है GST का तमाशा बना के रख दिया व्यापारी को सिर्फ़ प्रयोगशाला का मॉडल बना दिया है जिसमें पिछले 7 साल से GST काउंसिल प्रयोग कर रहा है ढाई ढाई साल की शुरुआत में वार्षिक विवरणी9 व ९सी सरकार लोड नहीं कर पाई समय बढ़ा दी गई है कि आज तक ट्रिब्यूनल की स्थापना नहीं हुई मगर व्यापारी से गलती हो जाए तो पेनाल्टी जमा करें कुल मिलाकर व्यापारी समाज के लिए GST काउंसिल बिलकुल संवेदनशील नहीं है केंद्रीय कर प्रणाली होने के नाते कोई भी निर्णय राज्य नहीं ले सकता अभी तक की सारी बैठकों में सभी निर्णय एक मत से हुए हैं इसका मतलब कोई भी राजनीतिक दल हो उसने व्यापारियों को कुचलने का काम किया है व्यापारियों की आवाज़ नहीं उठायी है यह सदैव देखने में आया है कि कर की दर जितनी कम होगी उतना ज़्यादा टैक्स जमा होता है वो जितना अधिक कर की दर होती है उतनी ज़्यादा कर अपवंचन होता हैl

डीसीपी साउथ केशव कुमार के साथ हुई लखनऊ व्यापार मंडल के पदाधिकारी की बैठक इन मुद्दों पर त्योहारों के मद्दे नजर रखते हुए धनतेरस, दीपावली भाई दूज को लेकर बाजारों में महिला पुलिस की गस्त हो जिससे , तप्पे बाजी, ई-रिक्शा में नाबालिक बच्चों को न चलाने दिया जाए बस का डिवीजन आलमबाग से टेढ़ी पुलिया पटेल नगर इको गार्डन होते हुए डायवर्सन वीआईपी रोड पर किया जाए जिससे आलमबाग चौराहे पर जाम ना लगे तीन दिन के लिए किया जाए जिससे त्योहारों में घटनाएं न हो नटखेड़ा रोड पर ई-रिक्शा का डायवर्सन कराया जाए जिससे कारोबार प्रवाहित ना हो जाम की वजह से इस मौके पर रहे मौजूद
लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ मंत्री मनीष अरोड़ा
खुदरी बाजार के अध्यक्ष एमके शुक्ला नवल अग्रवाल विवेक सक्सेना दीपक बेरी, गीतांश अरोड़ा आदित्य तिवारी सुग्रीव मौर्य, रमेश मालानी विजय सिंह यादव आशीष कुमार शर्मा वीरेंद्र कुमार रहे मौजूद

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