शांतिपूर्ण -माहौल में संपन्न हुआ
चुप ताज़िए का जुलूस
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रौज़ा ए काज़मैन में अंजुमनों ने की नोहा-खानी और सीनाज़नी
*(ताहिर हुसैन हाशमी)*
लखनऊ। हर साल की तरह इस साल भी अय्यामे अजा के आखरी दिन आठवीं रबी उल अव्वल को।उठने वाला चुप ताज़िए का जुलुस, अपनी शानो शौकत के साथ,विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित नाजिम साहब के इमामबाड़े से।फज्र की नमाज़ के बाद बरामद होकर,पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच। सआदतगंज स्थित रौज़ा ए काज़मैन पहुंच कर सम्पन्न हुआ।जूलूस बरामद होने से पहले इमामबाड़े में मजलिस हुई।जिसको मौलाना एजाज अतहर ने संबोधित किया।मौलाना ने मजलिस को संबोधित करते हुए इमामे हुसैन (अ.स)और उनके साथियों की शहादत को बयान किया।उसके बाद जुलूस विक्टोरिया स्ट्रीट, शिया पी जी कॉलेज,मेफेयर तिराहा,चिड़िया बाज़ार, नक्खास चौराहा,टूरिया गंज से दाहिने तरफ मुड़ कर अशरफाबाद, गिरधारी सिंह इण्टर कालेज,मंसूर नगर तिराहे से बाएं मुड़कर शिया यतीम खाने के सामने से होता हुआ।रौजा ए काजमैन पहुंच कर संपन्न हुआ।जुलूस में हजारों की संख्या में मौजूद अज़ादार जियारत कर इमाम को पुरसा पेश कर रहे थे।जूलूस को शान्ति पूर्वक संपन्न कराने के लिए,जूलूस के निकलने वाले अति संवेदनशील रास्तों पर बेरेकेटिंग की गई थी।ड्रोन से पूरे जूलूस की निगरानी की जा रही थी।जुलुस में पुलिस के आला अधिकारियों के साथ साथ सिविल डिफेंस के अधिकारी भी मौजूद थे।
जुलुस में शामिल हज़ारों की संख्या में पुरुष, महिलाएं,और बच्चे स्याह लिबास में दिखे।जुलूस में अलम,झूला,जुलजना, दो बड़ी जरिया और ऊंट शामिल थे।सड़क के किनारे दोनों ओर चाय, कॉफी,पानी और शरबत की सबीलें लगी हुई थीं। रौज ए काज़मैन और कर्बला दियानत उद दौला में देर रात तक शहर की अंजुमने नौहा ख्वानी और सीना जनी कर रही थीं।